Saturday, 3 November 2018

आराध्य हे येशु मसीह | Aradhya he yeshu masih

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आराध्य हे येशु मसीह, झुकता हु में प्रभुजी
तेजस्वी रूप तेरा आनंद मेरे दिल का
१. जानता हु तेरे हाथ , पोछते हे मेरे आँशु (२)
२. तेरी बहो का आलिंगन, देता  हे बल मुझको (२)
३. तेरी वाणी की मदुरता, देती तस्सली दिल को (२)
४. बैठा राहु तेरे ही पास, चरणों को चुम लू में  (२)


अनमोल वचन तेरा प्रभु, पथ के लिए मेरा दीपक बना
रौशनी तू हे खुदा येशु, मेरे लिए तू ज्योति बना

आदि में वचन था, वचन परमेश्वर था
सामर्थी वचन से तो दुनिया को रचा (२)
मोहब्बत हुई तेरे नाम से, लगन हुवी कलम से... हो (२)

मधुर तेरा वचन, सोने चांदी  से भी उत्तम
तेरी व्यवस्था मुझको सच्चाई सिखाता (२)
ध्यान मेरी तेरी कलाम में, आराधन  तेरी चरण में ... हो (२)

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